कस्तो हुन्छ प्रेम सागर तराइ देऊ न दैव
मन मिल्ने संग मायाँ गराइ देऊ न दैव
रित्तो रित्तो खाली खाली भा छ मेरो मन
एकै पललाई भए पनि भराई देऊ न दैव
~ गोवर्धन पूजा ~
Gobardhan Puja
राजेन्द्र प्रसाद श्रेष्ठ
गोवर्धन पूजा
धर्तीको धूलोमा (२०५४)